वर्तमान जिस तरह से झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होना चाहिए उस हिसाब से सुधार हुआ नहीं है हालाकिं यहाँ अच्छ- अच्छे विश्वविद्यालय, प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था के माध्यमिक स्कूल तथा माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा व्यवस्था उचित के लिए कालेजों को खोला गया है वर्तमान में यहाँ कुछ अच्छी यूनिवर्सिटीस भी जोकि इस प्रकार है |
- विशेष राज्य का दर्जा (विशेष श्रेणी / एससीएस) की विशेषताएं क्या है?
- सी-सेक्सन/ Caesarean Delivery डिलिवरी के आंकड़े दिन-प्रतिदिन बढ़ते दिख रहे है, पूरी जानकरी क्या है?
- लोक सभा में अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का चुनाव तथा नियम 8 की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है
- लोकसभा उपसभापति/उपाध्यक्ष की भूमिका और इतिहास का वर्णन कीजिये
- भारतीय इतिहास में किलों की प्रथम खोज कब हुयी थी पूरी जानकरी देखिये |
झारखंड के विश्वविद्यालय:-
राँची विश्वविद्यालय ,विनोबा भावे विश्वविद्यालय ,सिद्धू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, कोल्हान विश्वविद्यालय, बिरसा कृषि विश्वविद्यालय , विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय| तथा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, यहाँ झारखंड की शिक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से समझेंगे |
भारतीय राज्य झारखंड की शिक्षा व्यवस्था अत्यंत महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में विशेष महत्व दिया है। यहां की शिक्षा व्यवस्था निम्नलिखित तत्वों पर आधारित है, जो इस प्रकार से है –
प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था :-
यहां पर प्राथमिक शिक्षा अत्याधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है। यहां पर राज्य सरकार ने प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं और बालकों के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं, जैसे कि मुफ्त शिक्षा, मिड-डे मील और छात्रवृत्ति इत्यादि इसमें शामिल हैं।
माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा व्यवस्था: –
यहां माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा का विकास भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। राज्य सरकार ने शिक्षा के इस स्तर पर उच्च शिक्षा व्यवस्था प्रबंध करने के लिए कई पहल की हैं। छात्रों को उच्चतर शिक्षा व्यवस्था प्रबंध कराने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया गया, ताकि सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराया जा सके।
विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा व्यवस्था:-
इस प्रदेश में कई विश्वविद्यालय संस्थान स्थापित हैं। इन संस्थानों में विभिन्न विषयों की पढ़ाई की जाती है। झारखंड में उच्च स्तरीय विश्वविद्यालय है, जो इस प्रकार के है झारखंड राज्य की राजधानी रांची में रांची विश्वविद्यालय, विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग, और बिरसा मुंडा विश्वविद्यालय रांची कुछ प्रमुख उदाहरण हैं।
व्यावसायिक शिक्षा व्यवस्था का प्रबंध :-
झारखंड में व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। राज्य में कई प्रशिक्षण संस्थान स्थापित की गई हैं, जो विभिन्न योग्यताओं के साथ व्यावसायिक शिक्षा दिया जाता है, जिससे छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद रोजगार के अवसर मिल सके।
व्यावसायिक शिक्षा व्यवस्था का प्रबंध :-
झारखंड में व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। राज्य में कई प्रशिक्षण संस्थान स्थापित की गई हैं, जो विभिन्न योग्यताओं के साथ व्यावसायिक शिक्षा दिया जाता है, जिससे छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद रोजगार के अवसर मिल सके।
शिक्षक प्रशिक्षण व्यवस्था :-
शिक्षकों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए, ही झारखंड में शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए गए हैं। यहां पर न्यूनतम शिक्षा तथा उच्चतम शिक्षा इस संस्थान द्वारा दिया जाता है, ताकि शिक्षकों को उच्चतर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया जा सके।
शिक्षा का निगरानी एवं संचालन :-
संचालन और निगरानी के लिए राज्य सरकार ने विशेष उपाय अपनाए हैं। शिक्षा विभाग नियंत्रण, मूल्यांकन और गुणवत्ता निगरानी के लिए प्रणालियों को संचालित करता है और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने के लिए नीतियां और योजनाएं बनाता है।
- विशेष राज्य का दर्जा (विशेष श्रेणी / एससीएस) की विशेषताएं क्या है?
- सी-सेक्सन/ Caesarean Delivery डिलिवरी के आंकड़े दिन-प्रतिदिन बढ़ते दिख रहे है, पूरी जानकरी क्या है?
- लोक सभा में अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का चुनाव तथा नियम 8 की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है
- लोकसभा उपसभापति/उपाध्यक्ष की भूमिका और इतिहास का वर्णन कीजिये
- भारतीय इतिहास में किलों की प्रथम खोज कब हुयी थी पूरी जानकरी देखिये |
- Career Guidance
- Country
- Education
- india history
- Literature
- MCQ QUIZ
- NCERT का इतिहास
- Politics
- SSC CGL 2023-2024
- इतिहास के पन्ने
- झारखण्ड का इतिहास
- देश दुनियां
- प्राचीन भारत का इतिहास
- बुंदेलखंड का इतिहास
- भारतीय इतिहास
- भारतीय राजनीति इतिहास
- भारतीय राजनेता
- सामाजिक अध्यन