हिंदुस्तान में गांधी का उद्धव भारतीय राष्ट्रवाद के इतिहास में एक एतिहासिक क्षण है जिसके बारे में प्रत्येक मनुष्य को जानना अति आवश्यक है, यह एक विचारधारा है जिसने लोगों के भीतर कैसे परिवर्तन किया, गांधी जी 1915 में,दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे | अपने शुरूआती वर्षों के दौरान, उन्होंने अपना समय अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में बिताया, जो आम जनता के लिए अपेक्षाकृत अज्ञात था आज का लेख गांधी युग, गांधीजी, तथा दक्षिण अफ्रीका पर आधारित है |
इन्होने अपना राजनीतिक रुख अपनाने के लिए, गोपाल कृष्ण गोखले से सलाह मांगी, गोखले ने गांधीजी को सलाह दी कि वे पहले देश की सामाजिक-राजनीतिक स्थित पर गहन शोध करें और फिर उसके अनुसार कार्य करें, हालाँकि, कई स्थानीय संधर्षों में अपने सक्षम नेतृत्व के परिणाम स्वरूप गांधीजी तेजी से राजनीतिक क्षेत्र में प्रमुखता से उभरे |
- विशेष राज्य का दर्जा (विशेष श्रेणी / एससीएस) की विशेषताएं क्या है?
- सी-सेक्सन/ Caesarean Delivery डिलिवरी के आंकड़े दिन-प्रतिदिन बढ़ते दिख रहे है, पूरी जानकरी क्या है?
- लोक सभा में अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का चुनाव तथा नियम 8 की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है
- लोकसभा उपसभापति/उपाध्यक्ष की भूमिका और इतिहास का वर्णन कीजिये
- भारतीय इतिहास में किलों की प्रथम खोज कब हुयी थी पूरी जानकरी देखिये |
गांधी युग तथा गांधीजी के प्रारंभिक जीवन का इतिहास :-
गांधी युग तथा गांधीजी के प्रारंभिक जीवन का इतिहास :-2 अक्तूबर,1889 को मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म गुजरात की काठियावाड़ रियासत के पोरबंदर में हुआ था, उनके पिता राज्य दीवान (मंत्री) थे | इंग्लैड में कानून की पढ़ाई करने के बाद, इन्होने 1893 में अपने मुवक्किल दादा अब्दुल्ला से जुड़े एक मामले के सिलसिले में दक्षिण अफ्रीका की यात्रा की थी|
दक्षिण अफ्रीका में, गांधीजी ने नस्लवाद का घिनौना चेहरा देखा, साथ ही उन एशियाई लोगों की भी अपमान और अवमानना का सामना करना पड़ा जो मजदूर के रूप में अफ्रीका आये थे कुछ दिनों के बाद, गांधीजी ने भारतीय श्रमिकों को संगठित करने और उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ने में सक्षम बनाने के लिए अफ्रीका में ही रहने का फैसला किया|
गांधीजी ने अपने जीवन के 20 वर्ष (1893 -1914) दक्षिण अफ्रीका में एक वकील और एक सार्वजनिक कार्यकर्त्ता के रूप में कम करते हुए बिताये तथा वहाँ उन्होंने सत्याग्रह का विचार विकसित किया और इसे एशियाई पंजीकरण कानून के लिए इस्तेमाल किया| इसके परिणाम स्वरूप महात्मा गांधी को जीवन में पहली वार जेल भी जाना पड़ा था |
हालाँकि यह उन्हें दक्षिण अफ्रीका के सबसे प्रभावशाली और सम्मानित नेताओं में नहीं रोका इसके बाद वह 1914 में भारत लौटने तक वहीं रहे|
दक्षिण अफ्रीका में गांधीजी का सत्य के साथ प्रयोग :-
- यहां भारतीयों को तीन समूह में विभाजित किया गया था,|
- गिरमिटिया भारतीय मजदूर, मुख्य रूप से दक्षिण भारत से, जो 1890 के बाद चीनी बागानों में कम करने के लिए दक्षिण अफ्रीका चले गये थे |
- व्यापारी ज्यादातर मेमन मुसलमान थे जो मजदूरों का अनुसरण करते थे|
- पूर्ण –गिरमिटिया मजदूर जो अपने अनुबंध समाप्त होने के बाद अपने बच्चों के साथ दक्षिण अफ्रीका में बस गये थे|
- ये भारतीय अधिकतर अशिक्षित थे और बहुत कम या बिलकुल अंग्रेजी नही बोलना जानते थे तथा उन्होंने नस्लीय भेदभाव को जीवन का हिस्सा मान लिया था|
- इन भारतीय अप्रवासियों को कई प्रकार की बाधाओं से जूझना पड़ा|
- उन्हें वोट देने भी नहीं दिया गया |
- वे केवल निदृष्ट क्षेत्रों में रह सकते थे जो अस्वच्छ और भीड़- भाड़ बाले थे|
- कुछ कालोनियों में एशियाई और अफ़्रीकी लोग अँधेरा होने के बाद अपने घरों से बहार नहीं निकल सकते थे और न ही उन्हें सार्वजानिक फुटपातों का उपयोग करने की इजाजत थी |
संघर्ष के चरण :-
संघर्ष का मध्यम चरण (1894- 1906):-
- इस अवधि के दौरान, गांधीजी दक्षिण अफ्रीका और ब्रिटिश अधिकारियों की याचिकाओं और स्मारकों पर निर्भर रहे|
- उन्हें उम्मीद थी कि एक बार अधिकारिओं को भारतियों की दुर्दशा के बारे में अवगत करा दिया जायेगा तो वे उनकी शिकायतों को दूर करने के लिए वास्तविक कदम उठाएंगे, क्योंकि भारतीय, आखिरकार, ब्रिटिश विषय में थे |
- भारतियों के विभिन्न वर्गों को एक जुट करने के लिए, उन्होंने नेटल इंडियन कांग्रेस की स्थापना की और इंडियन ओपेनियन अख़बार भी निकाला था|
- विशेष राज्य का दर्जा (विशेष श्रेणी / एससीएस) की विशेषताएं क्या है?
- सी-सेक्सन/ Caesarean Delivery डिलिवरी के आंकड़े दिन-प्रतिदिन बढ़ते दिख रहे है, पूरी जानकरी क्या है?
- लोक सभा में अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष का चुनाव तथा नियम 8 की जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है
- लोकसभा उपसभापति/उपाध्यक्ष की भूमिका और इतिहास का वर्णन कीजिये
- भारतीय इतिहास में किलों की प्रथम खोज कब हुयी थी पूरी जानकरी देखिये |
- Career Guidance
- Country
- Education
- india history
- Literature
- MCQ QUIZ
- NCERT का इतिहास
- Politics
- SSC CGL 2023-2024
- इतिहास के पन्ने
- झारखण्ड का इतिहास
- देश दुनियां
- प्राचीन भारत का इतिहास
- बुंदेलखंड का इतिहास
- भारतीय इतिहास
- भारतीय राजनीति इतिहास
- भारतीय राजनेता
- सामाजिक अध्यन
FAQ
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में, वर्ष 1894 में, नटाल भारतीय कांग्रेस की स्थापना की थी इसके साथ-साथ गांधीजी ने एक अख़बार भी निकाला था जिसका नाम Indian opinion था|
यहां भारतीयों को तीन समूह में विभाजित किया गया था
20 वर्ष (1893 -1914) दक्षिण अफ्रीका में एक वकील और एक सार्वजनिक कार्यकर्त्ता के तौर पर बिताये|
मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म गुजरात की काठियावाड़ रियासत के पोरबंदर में हुआ था|
गांधी जी 1915 में,दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे तभी से गांधी युग माना जाता है|