वैदिक काल से वर्तमान तक शिक्षा के परिवर्तन को अनेक द्रष्टि से देखा गया है जिसने बहुत से शिक्षा संस्थानों को खोला गया तथा उनके विषय में बताया गया है, इस लेख में भारतीय शिक्षा पर प्रकाश डालेंगे और समझेंगे, किस समय शिक्षा में परिवर्तन किया गया तथा 1781 ई. , 1784 ई. , 1784 ई. से लेकर 1882 ई. तक किन- किन संस्थानों तथा कॉलेजों का निर्माण कराया गया |
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भारतीय शिक्षा को पढ़ने के माध्यम :-
यदि इतिहास की बात करें तो भारत में शिक्षा के प्रति रुझान प्राचीन काल से ही देखने को मिलता है उस दौर में शिक्षा गुरुकुलों, आश्रमों तथा बौद्ध मठों में ग्रहण करने की व्यवस्था होती थी, तत्कालीन शिक्षा केन्द्रों मीन नालंदा, तक्षशिला एवं वल्लभी की गणना आती है |
मध्यकालीन भारत के शिक्षा की बात करें तो उस दौर में शिक्षा मदरसों में प्रदान की जाती थी, मुग़ल शासकों ने दिल्ली, अजमेर, लखनऊ, एवं आगरा में आगरा में निर्माण करवाया था तथा अंत में भारत के आधुनिकाल व पाश्चात्य शिक्षा की शुरुआत ब्रिटिश ईस्ट इंडिया के शासन काल में हुयी |
1781 ई.–
बंगाल के गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स ने फारसी एवं आरबी भाषा के अध्यन के लिए कलकत्ता (वर्तमान कोलकाता) में एक मदरसा खुलवाया था |
1784 ई.–
हेस्टिंग्स के सहयोगी सर विलियन जोन्स ने ‘एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल’ की स्थापना जिसमें प्राचीन भारतीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन हेतु महत्वपूर्ण प्रयास किया |
1791 ई.–
ब्रिटिश रेजिडेंट डंकन ने बनारस में एक संस्कृत विद्यालय की स्थापना करवाई थी |
1800 ई.–
लॉर्ड वेलेजली ने गैर-सैनिक अधिकारीयों की शिक्षा हेतु ‘फोर्ट विलियम कालेज की स्थापना करवाई लेकिन कुछ कारणों से इसे 1802 ई. में बंद कर दिया गया |
1813 ई.–
1813 ई. में चार्टर एक्ट में सर्वप्रथम भारतीय शिक्षा के प्राचर-प्रसार के लिए एक लाख रूपये की व्यवस्था की गई जिसको भारत में साहित्य के पुनरुद्धार तथा विकास के लिए एवं स्थानीय विद्वानों को प्रोत्साहित देने के लिए खर्च किया गया |
1835 ई.–
1833 ई. में लॉर्ड मैकाले भारत आया था और उसने 1835 ई.में मैकाले का घोषणा पत्र आया उसने कहा किअंग्रेजी साहित्य सबसे अच्छा है और उसी पर ही खर्चा सबसे ज्यादा होना चाहिए|
1848 ई.–
महात्मा ज्योतिबा फुले ने पुणे में लड़कियों के लिए पहला प्राथमिक विद्यालय खोला|
1854 ई.–
भारतीय शिक्षा पर एक व्यापक योजना प्रस्तुत की, जिसे “वुड का डिस्पैच” कहा गया |100 अनुच्छेदों वाले इस प्रस्ताव में शिक्षा के उद्देश्य, माध्यम, सुधारों आदि पर विचार किया गया था, इस घोषणा पत्र को भारतीय शिक्षा का “मैग्ना कार्टा” भी कहा जाता है |
1855 ई.–
लोक शिक्षा विभाग की स्थापना हुयी |
1857 ई.–
बंबई, मद्रास एवं कलकत्ता विश्वविद्यालय अस्तित्व में आये |
1870 ई .–
बाल गंगाधर तिलक द्वारा फर्ग्यूसन कालेज पूणे की स्थापना हुयी |
1882 ई.–
पंजाव विश्वविद्यालय की स्थापना हुयी |
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FAQ
1784 ई. में बंगाल के गवर्नर जनरल वारेन के सहयोगी सर विलियन जोन्स ने एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल’ की स्थापना की थी |
1791 ई. में ब्रिटिश रेजिडेंट डंकन ने बनारस में एक संस्कृत विद्यालय की स्थापना करवाई थी|
1848 ई. में महात्मा ज्योतिबा फुले ने पुणे में लड़कियों के लिए पहला प्राथमिक विद्यालय खोला था |
1854 ई. में भारतीय शिक्षा पर एक व्यापक योजना प्रस्तुत की, जिसे “वुड का डिस्पैच” कहा गया |
1855 ई. में, लोक शिक्षा विभाग की स्थापना हुयी |