वर्तमान में राजस्थान की राज्य स्तरीय परीक्षा में पूछे गये महादेव मंदिर के बारे में जानकारी रखना प्रत्येक विद्यार्थी अतिआवश्यक है यहाँ प्रश्नों के उत्तर दिए गये जिसमें घुश्मेश्वर महादेव मंदिर, कंसुआ का शिव मंदिर, मण्डलेश्वर शिव मंदिर, राजराजेश्वर / सिद्धेश्वर शिव मंदिर आदि हैं |
घुश्मेश्वर महादेव मंदिर:-
यह मंदिर शिवाड़, सवाईमाधोपुर में स्थित है इसको राजस्थान का 12वें ज्योतिर्लिंग के रूप में भी जाना जाता है |
कंसुआ का शिव मंदिर:-
यह शिवजी का मंदिर कोटा जिले में स्थित है यहाँ का शिवलिग 1008 मुखी शिवलिंग है |
मण्डलेश्वर शिव मंदिर:-
यह अथूर्ना, बांसबाड़ा में है, अथूर्ना का प्राचीन नाम उत्थूनक तथा यह मंदिर लकुलीश सम्प्रदाय का परमार कालीन प्रसिद्ध मंदिर है |
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राजराजेश्वर / सिद्धेश्वर शिव मंदिर:-
यह जयपुर में स्थित है इसकी खासबात यह है कि आम नागरिक मात्र शिवरात्रि के दिन ही इस मंदिर के अंदर जाकर भगवान् शिव के दर्शन कर सकते है इसका निर्माण जयपुर रमेश रामसिंह -|| (द्वतीय,1864 ई) ने किया था तथा यह मंदिर जयपुर के निजी राजाओं के लिए बना था इसीलिए यह नागरिकों के लिए मात्र शिवरात्रि के दिन खुलता है |
देव सोमनाथ मंदिर:-
यह डूंगरपुर , राजस्थान में है यह सोमनदी के किनारे स्थित है इसका निर्माण 12वीं सदी में हुआ था |
गेपरनाथ महादेव मंदिर:-
यह मंदिर राजस्थान के कोटा में है, वर्ष 2008 में चर्चा में आया था जब भूस्खलन हुआ, शिवलिंग जमीन की सतह से 300 फुट नीचे चला गया था और आज भी इस शिवलिंग पर हमेसा शिवधारा बहती रहती है |
यह सोमनदी के किनारे, डूंगरपुर में स्थित है |
यह जयपुर में स्थित है |
राजस्थान के कोटा में है
यह मंदिर अथूर्ना, बांसबाड़ा में है जिसे लकुलीश सम्प्रदाय का परमार कालीन का प्रसिद्ध मंदिर है तथा यह मंदिर राजस्थान में 12वें ज्योतिर्लिंग के रूप में माना जाता है
घुश्मेश्वर महादेव मंदिर
यह मंदिर कोटा जिले में स्थित है, बहुत प्रसिद्ध मंदिर होने के नाते से इसे 1008 मुखी शिवलिंग भी कहते हैं |
अथूर्ना का प्राचीन नाम उत्थूनक है |
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