युद्ध का परिणाम:- अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट की मध्यस्थता से दोनों पक्षों के मध्य 5 सितम्बर 1905 ई. में ‘पोर्ट्समाउथ की संधि’ हुई। संधि के अनुसार निम्नलिखित बातें तय की गईं | कोरिया में जापान के प्रमुख राजनीतिक, सैनिक और आर्थिक हितों को मान्यता दी गई। मंचूरिया को रूस और जापान दोनों ने खाली करना स्वीकार कर लिया। रूस ने जापान को लिया ओतुंग प्रायद्वीप का पट्टा सौंप दिया और वहाँ की रेलों और खानों का अधिकार दे दिया। और इनको साखालिन का आधा दक्षिणी भाग दे दिया।
इन दोनों ने एक-दूसरे को युद्धबंदियों का खर्चा देना मान लिया। तथा इन दोनों को मंचूरिया में हथियारबंद रेलवे रक्षक रखने का अधिकार मिला। इन दोनों देशों दोनों ने पट्टे की भूमि को छोड़कर मंचूरिया में चीनी प्रभुत्व का सम्मान करने का वचन दिया और वहा के द्वार सभी देशों के खुले रहने पर सहमति दी।
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जापान का सम्राज्यवाद:-
रूस की पराजय से जापानी साम्राज्यवाद के विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया। इस युद्ध में जापान की विजय से जापान को चीनी क्षेत्र में घुस जाने का अच्छा अवसर मिल गया। जबकि पूर्वी एशिया में रूस का विस्तार रूक गया। मंचूरिया पर उसका नाम मात्र का अधिकार रहा। इस युद्ध ने सिद्ध कर दिया कि वह संसार का एक शक्तिशाली राष्ट्र है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह थी कि कोरिया पर से रूस के प्रभाव का अंत हो गया। अब जापान कोरिया में अपनी इच्छानुसार काम कर सकता था।
अवसर पाकर 1910 ई. में उसने कोरिया को अपने साम्राज्य में शामिल कर लिया। इस प्रकार, कोरिया को जापानी साम्राज्य में सम्मिलित करने के कार्य में रूस-जापान युद्ध का बड़ा योगदान रहा। जापान का उत्साह बहुत बढ़ा और युद्ध में विजय के उपरांत उसने उग्र साम्राज्यवादी नीति अपनायी, जिसके फलस्वरूप उसका विशाल साम्राज्य स्थापित हुआ।
रूस और जापान युद्ध का निष्कर्ष:-
यह युद्ध रूस और जापान के बीच मंचूरिया और कोरिया पर अपना नियंत्रण स्थापित करने के लिए लड़ा गया था। इस युद्ध में जापान सफल हुआ। इस युद्ध की विशेषता यह थी कि एक पूर्वी शक्ति द्वारा एक महान यूरोपीय शक्ति की पराजय हुई। रूस की पराजय से जापानी साम्राज्यवाद के विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया। पूर्वी एशिया की राजनीति में वह एक कदम और आगे बढ़ गया।
5 सितंबर, 1905 ई. में दोनों देशों के बीच पोर्ट्समाउथ की संधि हुई। इस संधि में जापान को मंचूरिया तथा कोरिया के संदर्भ में विशेष अधिकार प्राप्त कर दिया |
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FAQ
रूस और जापान की संधि अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट की मध्यस्थता से दोनों पक्षों के मध्य 5 सितम्बर 1905 ई. में ‘पोर्ट्समाउथ की संधि’ हुई।