भारत में झारखण्ड एक ऐसा मात्र प्रदेश है जहाँ की संस्कति के साथ-साथ देवी-देवताओं की मानता सबसे ज्यादा देखने को मिलती है जिस तरह से भक्तों की शिवगादी धाम, जगन्नाथ मंदिर, पारसनाथ मंदिर, मलूटी मंदिरों का गाँव, टूटी झरना मंदिर, बाबा गाजेश्वर धाम, बाबा धाम और श्री चटोनाथ बाबा मंदिर में दर्शन करने की भीड़ देखने को मिलती है यह अपने आप में यहाँ की अलग पहचान बताता है|
शिवगादी धाम की पौराणिक कथाएं :-
मिनी बाबा धाम का शिवलिंग पीले रंग का दिखाई देता है, पहाड़ों के बीच में बसा यह मंदिर सहिबगंज जिले में स्थित है, अत्यंत प्राचीन होने के साथ -साथ पौराणिक मान्यताओं मंदिर है, जब इस मंदिर के अंदर प्रवेश करेंगे तब जहाँ भगवान शिव का स्थान है वो पहाड़ों से ढका हुआ है |
कैसे जाएँ :-
बाबा मिनी धाम झारखण्ड प्रदेश के सहिब्ग्गंज जिले के बरहेट प्रखंड में स्थित है, यह मंदिर बरहेट से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, ऐसा कहा जाता है कि श्रावण माह में यहाँ जाना बहुत शुभ माना जाता है , यहाँ पहुचकर सबसे पहले अपने सामान को किसी सुरक्षित जगह रखना अति आवश्यक है |
यहाँ के पुजारियों द्वारा ऐसा कहा जाता है कि यदि कोई इन्सान अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए यहाँ जरुर आते है और ऐसा भी कहा जाता, प्रदेश के मंत्री, मुख्यमंत्री जब भी यहाँ दर्शन के लिए आते है तो उनकी मनोकामना जरुर पूरी होती है , शिवगादी धाम झारखण्ड में ही नहीं उत्तर प्रदेश, बंगाल, मध्यप्रदेश, छतीसगढ़ जैसे हिंदी भाषी प्रदेश में इसकी मानता मानी जात्ती है |
मंदिर का द्वार :-
भगवान् शिव की पीले रंग की मूर्ति
मंदिर का पूजा स्थल :-
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