सियाचिन ग्लेशियर मुद्दा[भारत- पाकिस्तान] कैप्टन शिवा चौहान
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सियाचिन ग्लेशियर मुद्दा[भारत- पाकिस्तान] कैप्टन शिवा चौहान

by रवि पाल
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जब हम भारत और पकिस्तान के बारे में कही न कही न्यूज देखते है तो वहाँ कश्मीर की बार जरुर आती है कभी खबर आती है कि हमारे इतने जवान सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हो गये तो कभी कुछ और खबर आती है आज इसी मुद्दे पर लेख देखेंगे कि सियाचिन ग्लेशियर मुद्दा क्या है और यह किस तरह उत्पन्न हुआ तथा इसका निवारण कैसे हो सकता है इसके साथ- साथ पहली महिला जिसने सियाचिन ग्लेशियर के कुमार पोस्ट तैनात है| कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है इसी कश्मीर में कुछ ऐसी जगह है जहाँ पर भारत पाकिस्तान अक्सर अपनी- अपनी दावेदारी ठोकते है इसी तरह सियाचिन भी उनमे से एक है|

सियाचिन ग्लेशियर में महिला कैप्टन शिवा चौहान की कहानी:-

हाल ही में भारतीय सेना की महिला कैप्टन शिवा चौहान (Capt. Shiva Chauhan) दुनियां के सबसे ऊँचे युद्धक्षेत्र ग्लेशियर पर सक्रिय रूप से तैनात होने बाली पहली महिला सैन्य अधिकारी बन गयी है, ऐसा पहली बार हुआ जब भारतीय सेना ने किसी महिला अधिकारी को इतने खतरनाक पोस्ट पर तैनात किया है|

शिवा चौहान 15,632 फीट की ऊंचाई पर स्थित सबसे खतरनाक कुमार पोस्ट पर ड्यूटी कर रहीं है यह पोस्ट उत्तरी ग्लेशियर बटालियन का हेडक्वार्टर है यह जानना बहुत जरुरी हो जाता है कि शिवा चौहान भारतीय सेना की फायर एंड कुरी कॉप्र्स की अधिकारी है फायर एंड कुरी कॉप्र्स अधिकारी तौर पर 14वाँ कॉप्र्स कहा जाता है  यदि शिवा चौहान की बात करें तो इनको 2021 में भारतीय सेना का इंजीनियर रेजीमेंट में नियुक्त किया गया था आपको बता दें की 2022 में कैप्टन शिवा ने कारगिल विजय दिवस पर 508 किलोमीटर सूरा सोई साईकिल अभियान का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया था यह गौरतलब है कि सियाचीन ग्लेशियर लद्दाक में स्थित 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित बेहद दुर्गम इलाका है यह काराकोरम पर्वत रेंज में स्थित है |

सियाचिन ग्लेशियर कहाँ है:-

यह दुनियां का सबसे ऊँचा जंग का मैदान है पूरे सियाचीन ग्लेशियर और इसके सभी प्रमुख दर्रे भारत के नियंत्रण में है,इसकी भौगोलिक और राजनीतिक स्थित भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है तथा यह पाकिस्तानी नियंत्रित क्षेत्र से घिरा हुआ है, यहाँ से भारत लद्दाख की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान के साथ- साथ चीन की भी गतिबिधियों पर नजर रख सकता है|

यह बर्फीला क्षेत्र है यहाँ औसतन तापमान -10 डिग्री सॅटीग्रेड रहता है सर्दियों में यहाँ का तापमान -50 से -70 डिग्री सेंटीग्रेड हो जाता है|

सियाचिन ग्लेशियर क्या है :-

यह ग्लेशियर काराकोरम में सबसे लंबा और दुनियां के गैर- ध्रुवीय क्षेत्रों में सबसे लम्बा ग्लेशियर है |

स्थान :- ग्लेशिअर हिमालय में पूर्वी काराकोरम में स्थित है|

यह पॉइंट NJ 9842 के उत्तर पूर्व में स्थित है जहाँ भारत और पाकिस्तान के बीच  नियंत्रण रेखा समाप्त होती है |

सियाचिन ग्लेशियरमहानजल निकासी विभाजन के ठीक दक्षिण में स्थित है जो यूरेशियन प्लेट को भारतीय उपमहाद्वीप को मछान्चित करता है

यह काराकोरम के बड़े पैमाने पर बहुत ठंडी जगह है जिसे कभी- कभी “तीसरा”  है |

सियाचिन ग्लेशियर मुद्दे की एतिहासिक प्रष्ठभूमि:-

वर्ष 1947 में भारत से पाकिस्तान अलग देश बन गया इसके कुछ महोने के बाद वर्ष 1948 में अक्सर देखा जाता था कि भारत और पाकिस्तान की सेनाएं लडती नजर आती थी क्योंकि पाकिस्तान की सेना अक्सर जम्मू कश्मीर के अंदर बिना पर मिशन के आ जाती थी इसके बाद भारत पाकिस्तान के बीच कुछ समझौते हुए जिसमें शिमला समझौता बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है

युद्ध विराम समझौता :- भारत और पाकिस्तान ने वर्ष 1947 में अपनी स्वतंत्रा के तुरंत बाद जम्मू और कश्मीर पर अपने पहले सशस्त्र संघर्ष के बाद 1949 में युद्ध विराम समझौता पर हस्ताक्षर किये |

युद्ध विराम रेखा मानचित्र पर NJ 9842 नामक बिंदु तक खींची गयी थी इसके आलावा , समझौते में कहा गया है लाइन “ ग्लेशियर के उत्तर में” चलेगी और चीन के साथ सीमा तक  एक गैर सीमांकित क्षेत्र को छोड़ देगी|  

FAQ

सियाचिन ग्लेशियर में मिनिमम कितना तापमान रहता है ?

यहाँ औसतन तापमान -10 डिग्री सॅटीग्रेड रहता है|

सियाचिन ग्लेशियर में शर्दियों में कितना तापमान रहता है?

सर्दियों में यहाँ का तापमान -50 से -70 डिग्री सेंटीग्रेड हो जाता है|

सियाचिन ग्लेशियर में पहली किस महिला कैप्टन की तैनाती हुयी है?

कैप्टन शिवा चौहान

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