वर्तमान में ऐसे बहुत से युवा, भारत में साथ दुनियां में रहने वाले नागरिक इस महान इन्सान का पूरा नाम जानते है या नहीं लेकिन इसके विचारों को जरुर सुनते नजर आते है, इस लेख में भगवान् कहे जाने वाले रजनीश जैन उर्फ़ ओशो के बारे में चर्चा करेंगे, उनका वास्तविक नाम क्या है? जन्म तथा माता- पिता का नाम? इसके साथ- साथ उन्होंने कहाँ से शिक्षा प्राप्त की और आध्यात्मिक गुरु कैसे बने?
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रजनीश जैन उर्फ़ ओशो का नाम तथा माता पिता :-
- इनका नाम आचार्य रजनीश, ओशो है लेकिन वास्तविक नाम रजनीश चन्द्रमोहन जैन जोकि बहुत से विध्यार्थी नहीं जानते होंगे| कहते है जिस दिन इनका हुआ था उस रात बहुत तेज आंधी- तूफान आया था
- जन्म स्थान 11 दिसंबर 1931, कुचवाड़ा में हुआ था
- पिता का नाम बाबु लाल जैन
- माता का नाम सरस्वती जैन
- कार्यक्षेत्र आध्यात्मिक गुरु
- निधन 11 जनवरी 1990, पुणे महाराष्ट्र
रजनीश जैन उर्फ़ ओशो की कॉलेज शिक्षा और संबोध :-
- ओशो को 21 मार्च 1953 को परम जागरण का अनुभव हुआ इसे संबोधि कहा जाता है, इस संबंध में ओशो का व्यक्तव है “ अब मैं किसी भी खोज में नहीं हूँ, अस्तित्व ने अपने समस्त द्वार मेरे लिए खोल दिए हैं”|
- ओसो मध्य प्रदेश के जबलपुर में कॉलेज में दर्शनशास्त्र में विध्रार्थी थे, संबोधि के बाद भी उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और सन् 1957 में सागर विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र से प्रथम श्रेणी और गोल्डमेडिलिस्ट रहकर एम्. ए. की उपाधि प्राप्त की |
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FAQ
इनको 21 मार्च 1953 को परम जागरण का अनुभव हुआ इसे संबोधि भी कहा जाता है |
1- ओशो ने 1974 को अपने बहुत से अनुयाइयों के साथ हमेसा के लिए पूना रहने के लिए आ गये थे और यहाँ श्री रजनीश आश्रम की स्थापना की |
2- पुन आने के बाद उबकी लोकप्रियता हरत के साथ-साथ दुनियां के अन्य देशों में भी बढ़ने लगी | यहाँ रहकर उन्होंने अपनी शिक्षा का प्रचार- प्रसार जोरों से किया |
वैसे तो इनको नाम आचार्य रजनीश, ओशो के नाम से जाना जाता है लेकिन इनका वास्तविक नाम रजनीश चन्द्रमोहन जैन है |
1- पिता का नाम बाबु लाल जैन
2- माता का नाम सरस्वती जैन
इनका जन्म जन्म स्थान 11 दिसंबर 1931, कुचवाड़ा में हुआ था |
भगवान ओशो का निधन 11 जनवरी 1990, पुणे महाराष्ट्र में हुआ था |