यह (USAID) एक ऐसी कम्पनी है जो दुनियां के अलग-अलग देशों का विकास और मानवीय सहायता देती है। जिसे दुनियां के सबसे बड़े उद्योगपति ने आपराधिक संगठन बताया और हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसे बंद करने का आदेश दिया।
USAID क्या है?
- इसका पूरा नाम united state Agency for international development है, एक अमेरिकी सरकारी एजेंसी है जिसका उदेश्य/मकसद दुनियां भर में विकास और मानवीय सहायता देना है।
- कोल्ड वार (Cold War) के दौरान इसे 1961 में स्थापित किया गया था। यह 120 से अधिक देशों में काम करती है।
- इसका बजट अरबों डॉलर (50 billion US dollars) का होता है जिससे यह संस्था (USAID) विभिन्न देशों की सरकारों, गैर -लाभकारी संगठन, NGO’s और अन्य संस्थानों की मदद करती है।
USAID पर लगे आरोप हैं, वर्तमान के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दावा -:
- ट्रम्प सरकार ने USAID पर अमेरिका के टेक्सपेयर्स के पैसे के दुरूपयोग का आरोप लगाया है।
- उन्होंने आतंकवादी संगठनों और विवादित समूहों को फंडिंग देने वाला संगठन बताया है।
- तथा आदेश दिया है कि इसके सभी विदेशी सहायता कार्यक्रमों को बंद कर दिया जाये।
किन- किन संगठनों को मिली USAID से फंडिंग :-
रिसर्च से समझेंगे किस -किस आतंकवादी संगठनों को इसके द्वारा फंडिग दी गयी।
- 1- रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 से लेकर लश्कर-ए-तैयबा (LET) को $110,000 की सहायता दी गयी थी।
- 2- फ़लाह-ए-इंसालियत फाउंडेशन (FIF), जोकि लश्कर-ए-तैयबा (LET) और जमात-उल-दावा से जुडा हुआ है उसे USAID ने फंड दिया था।
- 3- ये दोनों संगठन पिछले वर्षों में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
LGBTQ समुदाय और अन्य समुदायों के लिए सहायता :-
- 1- रिसर्च के अनुसार USAID ने कई LGBTQ+ समुदाय के लिए सहायता प्रदान की।
- 2- श्रीलंका के कई पत्रकारिता सगठनों को भाषा संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए फंड दिया था।

राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा USAID को बंद करने के समर्थन और विरोध को समझेंगे :-
समर्थन :-
ट्रम्प समर्थकों और एलन मस्क जैसे उद्योगपतियों का कहना है, यह कदम अमेरिकी जनता के टैक्स पेयर्स का सही स्तेमाल सुनिश्चित करना ताकि यहाँ के विकास और युवाओं के भविष्य पर खर्च किया जा सके।
उनका मानना है कि अमेरिका को अपनी प्राथमिकताओं पर खर्च करना चाहिए ना कि दूसरे देशों के बारे में सोचना चाहिए।
विरोध :-
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन, बराक ओबामा, जार्ज बुश, बिल क्लिंटन और रोनाल्ड रीगन के प्रशासन से जुड़े अधिकारी, व्यूरोक्रेस्ट USAID को सही बताते हैं।
क्योंकि अमेरिका जैसे देश के सम्बन्ध अल्पसंख्यक/अल्पविकसित देशों से बना कर रखने चाहिए क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति का एक अहम् हिस्सा है।
उनका कहना है कि इससे दुनियां में अमेरिका की साख मजबूत होती हैं और USAID को बंद करना भारी नुकसानदायक होगा।
USAID प्रत्येक वर्ष अरबों डॉलर की सहायता देता है जिससे कई देशों को लाभ होता है।
FAQ
अमेरिका के पूर्व राष्ट्पति जो बाइडन, बराक ओबामा, जार्ज बुश, बिल क्लिंटन और रोनाल्ड रीगन ने प्रशासन USAID का समर्थन किया है।
उन्होंने 2 बाते कही थी जोकि निम्नलिखित हैं –
1- इसे टेक्स के पैसों की बेवजह बर्बादी करना।
2- तथा अमेरिकी टेक्सपेयर्स/करदाताओं के पैसों को गलत स्तेमाल किया जा रहा है।
इसकी स्थापना वर्ष 1961 में की गयी थी इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति John. F. Kennedy थे। विश्व में cold war का समय था।
वर्ष 2019 में लश्कर-ए-तैयबा (LET) को USAID के द्वारा $110,000 की धनराशि प्रदान की गयी थी।
Read this :-
नोटा और निर्विरोध जीत क्या है[pdf]