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इस लेख में आजादी की लड़ाई में महिलाओं की भूमिका को समझेंगे इसके साथ-साथ रानी वेलु नचियार, भीमा बाई होल्कर, झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई और बेगम हजरत महल महिला क्रांतिकारियों पर भी लेख लिखेंगे |
परिचय – भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास महिला स्वतंत्रता सेनानियों के बिना अधूरा है क्योंकि इतिहासकारों ने क्रांतिकारी महिलाओं के बारे में उतना नहीं लिखा है जितना लिखना चाहिए |
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आजादी से पहले महिला क्रांतिकारियों की भागीदारी:-
1- रानी वेलु नचियार:-
- तमिलनाडु की झांसी की रानी के नाम से जानी जाती हैं इनका जन्म 1730 ई में Ramanathapuram में हुआ था, यह अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने वाली पहली क्रांतिकारी महिला थी जिन्होंने तमिल क्षेत्र से अंग्रेजों का मुकाबला किया |
- इन्होने गोपाल नायक आयर हैदर अली के साथ मिलकर ( गठबंधन करके) 1780 ई. में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में जीत हासिल की थी |
- इस तरह वह भारत में अंग्रेजों के खिलाफ सफलतापूर्वक लड़ने वाली पहली रानी बनी जोकि वेलु नचियार थी |
2- भीमा बाई होल्कर:-
- 1817 ई. में, ईस्ट इण्डिया कंपनी भारत में अपना तेजी से अस्तित्व जमाने में लगी थी उस समय भीमा बाई होल्कर नामक क्रांतिकारी महिला ने बड़ी बहादुरी के साथ ब्रिटिश कर्नल मैल्कन को छापामार कर युद्ध में हराया था |
- कर्नाटक के राजा मल की विधवा रानी चेनाम्मा ने 1824 ई. में ईस्ट इण्डिया कंपनी के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह किया और अंग्रेजों के खिलाफ शुरूआती सफलता हासिल की थी |
- रामगढ़ की रानी, रानी जिंदन कौर, रानी तासे बाई, चौहान रानी,तपस्विनी महारानी आदि ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाई थी |
3 – झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई:-
- झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई 1857 ई. की क्रांति की महान महिला थी जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांति की और अंग्रेजों को मार भगाने में कामयाब रही |
- अपने पति महाराजा गंगाधर राव के निधन (1853 ई. में) के बाद दत्तक पुत्र दामोदर राव को झाँसी का उत्तराधिकारी बनाया |
- अंग्रेजों से लड़ते हुए ग्वालियर में वीरगति को प्राप्त हुयी |
4 – झलकारी बाई :-
- रानी झलकारी बाई देखने में बिलकुल झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई की तरह दिखाई देती थी लेकिन यह रानी लक्ष्मीबाई की सेनापति हुआ करती थी |
- इतिहास के रिसर्च में मिलता है कि जब झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई को अंग्रेजों ने घेर लिया उस समय इन्होने, रानी का वेश धारण कर युद्ध में और अंग्रेजों की सेना पर टूट पड़ी |
- इसमें झलकारी बाई के शरीर में अनेक चोटें आई और अंग्रेजों के द्वारा इनको बंदी बना लिया गया, अंग्रेज समझ रहे थे यह झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई है |
- इस तरह से रानी झलकारी बाई वीरगति को प्राप्त हुयी |
5- बेगम हजरत महल :-
- बेगम हजरत महल, जोकि अवध की बेगम के नाम से प्रसिद्ध थी और यह यहाँ के नवाव वाजिद अली शाह की दूसरी पत्नी थी |
- इनका निकाह अवध के अंतिम नवाव वाजिद अली शाह से हुआ था |
- अंग्रेजी सेना और बेगम की फ़ौज के बीच हुए युद्ध में अंग्रेजों की जीत हुयी |
- इनका जन्म तो फैजाबाद में हुआ था लेकिन मृत्यु नेपाल के काठमांडू में 7 अप्रैल 1879 ई. में हुयी थी |
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